आज भारत वर्ष के एक महान क्रांतिकारी रास बिहारी बोस की जन्म जयंती है। इनका जन्म 25 मई 1885 को बंगाल के चंद्रनगर में हुआ। बचपन से ही रास बिहारी क्रांतिकारियों के संपर्क में आ गए। देश को स्वाधीन करवाना उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य बन गया। रास बिहारी बोस का संपर्क दिल्ली, पटना, कानपुर से ले कर लाहौर तक के क्रांतिकारियों से था।
गदर पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक रास बिहारी बोस का देश को आज़ाद करवाने में योगदान सदैव याद रखा जाएगा। 1912 में दिल्ली में वायसराय के काफ़िले पर बम्ब फेंकने का काम रास बिहारी ने सफलता पूर्ण किया जिसमें वायसराय घायल हो गया और पुलिस रास बिहारी के पीछे पड़ गयी। इस सब से बचने के लिए रास बिहारी बोस जापान चले गए और वहां की नागरिकता हासिल करने के लिए एक जापानी महिला से शादी कर ली।
टोक्यो में रहते हुए इन्होंने सुभाष चंद्र बोस को बहुत सहयोग किया। वहीं इन्होंने इंडियन नेशनल आर्मी का गठन गया जिसे बाद में इन्होंने सुभाष बाबू को सौंप दिया और फ़िर इसका नाम आज़ाद हिन्द फौज़ कर दिया गया।
21 जनवरी 1945 में 60 वर्ष की आयु में रास बिहारी स्वर्ग सिधार गए। उनकी जन्म जयंती पर ऋणी राष्ट्र की ओर से शत शत नमन।