अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद की माता जी जगरानी देवी की पुण्य तिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।

अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद की माता जी जगरानी देवी की पुण्य तिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।

देश की आज़ादी के बाद चंद्रशेखर आज़ाद के साथी सदाशिव राव मलकापुरकर माताजी को झाँसी ले आये और उनका पूरा ख्याल रखा।

आज़ाद की माता जगरानी देवी ने 22 मार्च 1951 को झांसी में सदाशिव की गोद में अंतिम सांस ली।

झाँसी शहर में बड़ागांव गेट बाहर मुक्तिधाम में ही माता जी की समाधि बनी हुई है। बहुत वर्षों से इच्छा थी माता जगरानी देवी की समाधि पर नमन करने की। आखिरकार, मेरे मित्र अरुण सचान जो झांसी के ही रहने वाले हैं वो मुझे जुलाई 2021 में मुझे इस पुण्य स्थली के दर्शन करवाने ले गए।

चंद्रशेखर आज़ाद के बलिदान के बाद कुछ अपने ही नासमझ लोग माता जगरानी को ताना देते रहे कि तुम्हारा बेटा तो डाकू था। अपने अंतिम दिनों में माता जी को बहुत कुछ ऐसा देखना और सुनना पड़ा जो किसी भी दृष्टि से उचित नही था। ये सोच कर भी अत्यंत पीड़ा होती है। लेकिन इस वीर माता ने कभी इन बातों को तूल नही दिया बल्कि सदैव ही अपने आज़ाद के विचारों का समर्थन किया और कभी भी अपने देश प्रेम को प्रभावित नही होने दिया।

नमन है ऐसी वीर माता को और ऐसे अमर बलिदानी पुत्र को। जय हिंद।

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