विश्व पर्यटन दिवस पर आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। मेरी तरह आप सभी में भी दुनिया घूमने का कीड़ा कुलबुलाये, आप सम्पूर्ण ब्रह्मांड की सैर करें, मेरी ऐसी शुभकामनाएं। किसी ने क्या ख़ूब कहा है और मैं सही मायनों में इसका अनुसरण भी करता हूँ:-
सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल
ज़िन्दगानी फ़िर कहाँ,
ज़िन्दगानी ग़र रही,
पर नौजवानी फ़िर कहाँ।।
दोस्तों इससे पहले की आप बुढ़ापे की दहलीज़ पर अपने कदम बढ़ाएं, कर डालिए भारत वर्ष की सैर। यकीन मानिए हमारे देश से ख़ूबसूरत कोई देश नही।।
जय हिंद।