आज वीर शिरोमणि अमर शहीद चन्द्र शेखर आज़ाद जी की पुण्य तिथि है.
इस पुण्य अवसर मैं आपको ले कर चल रहा हूँ इलाहाबाद के चंद्र शेखर पार्क जहां आज़ाद जी ने मात्र 25 वर्ष की आयु में स्वयं को गोली मार कर अपना जीवन माँ भारती के चरणों में अर्पित कर दिया था।
चन्द्र शेखर आज़ाद जी जन्म 23 जुलाई 1906 को पंडित सीताराम तिवारी और श्रीमती जगरानी देवी जी के यहाँ हुआ। भारत के क्रन्तिकारी आंदोलन के प्रमुख माने जाने वाले आज़ाद का बचपन का नाम चन्द्र शेखर तिवारी था। इनका एक ही फलसफ़ा था और वो था “आज़ाद जीने का और आज़ाद ही मरने का”, और हुआ भी ऐसा ही।
इलाहबाद के चन्द्र शेखर आज़ाद पार्क में अंग्रेजों द्वारा घेर लिए जाने पर, स्वयं को गोली मार ली पर अंग्रेजों की पकड़ में नहीं आए और इस दुनिया से आज़ाद ही गए।
भगत सिंह चन्द्र शेखर आज़ाद को अपना आदर्श मानते थे.
ऐसी पावन धरती और ऐसे वीर सपूत को मेरा शत् शत् वंदन। जय हिन्द जय भारत।